अन्ना ने फिर से एक बार, क्रांति का बिगुल बजाया है ,
भ्रष्टाचारियो सावधान, जन-लोकपाल बिल आया है !
अब तक हमने बहुत सहा , अब और नहीं हमें सहना है ,
भ्रष्टाचार को ख़त्म करो , अब जन-जन का ये कहना है !
सत्ता का अडिग सिंघासन फिर , जनता ने आज हिलाया है ,
भ्रष्टाचारियो सावधान , जन-लोकपाल बिल आया है !!
तुमने हमको लूटा खूब , जन-जन से जो घूस लिया ,
भ्रष्ट-मति की अगणित जोको , तुमने देश को चूस लिया !
अब नहीं पचने पायेगा तुमको , कला धन जो खाया है ,
भ्रष्टाचारियो सावधान , जन-लोकपाल बिल आया है !!
आज अन्ना नहीं अकेला है , जन शक्ति उसके साथ खड़ी ,
जन सैलाब को देख-देख , मन इच्छा शक्ति और बड़ी !
अब नहीं चलेगा ताल तुम्हारा , जिस पर जनता को खूब नचाया है ,
भ्रष्टाचारियो सावधान , जन-लोकपाल बिल आया है !!
अब बड़ चला है जन-आन्दोलन, तो नहीं ये रुकने पायेगा ,
हर एक हाथ , हर एक आवाज से , आगे ही बढता जायेगा !
अन्ना ने सबको दोषमुक्त , समृद्ध भारत का स्वप्न दिखाया है,
भ्रष्टाचारियो सावधान , जन-लोकपाल बिल आया है !!
a wind of change..about to begin...
ReplyDeleteGood one :)
Very nice Mayank
ReplyDeletewell written Mayank.. also a good way to support the movement agains corruption...
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